पंडित श्री प्रदीप मिश्रा जी (सीहोरे वाले) द्वारा श्री शिव महापुराण की कथा में बताये कुछ अचूक उपाय लिखित रूप में
नौकरी, परीक्षा या व्यापार में आ रही रुकावत को दूर करने के कुछ उपाए
1. जो बच्चा इंटरव्यू में बार बार असफल हो रहा हो या प्रतियोगिता परीक्षा नहीं निकाल पा रहा तो प्रयास करना की जब आपका परीक्षा या इंटरव्यू हो उसके पहले जो भी ही सोमवार आए उस दिन 5 बेल पत्र, 5 शमी पत्र, 5 हरे मूंग के दाने और 5 सफ़ेद फूल (कोई से भी सफ़ेद फूल जो मिल जाये) ले जा कर भगवान शंकर जी के शिवलिंग पे चढा दिजिये। फिर जिस भी परीक्षा में बैठ रहे हो या जो इंटरव्यू देने की तयारी कर रहे हैं उसका ध्यान कर के एक लोटा पानी अपना नाम और गोत्र बोल के शिवलिंग पे चढा दिजिये। कुछ देर बैठ कर श्री शिवाय नमस्तुभ्यं का ध्यान करिये और वापस घर आ जाए। इस उपाए को आप तब भी कर सकते हैं अगर आप कोई नया व्यापार शुरू करना चाहते हैं।
2. अगर व्यापार व्यवसाय या फैक्ट्री एकदम बंद सी हो गई हो तो एक तांबे के कलश में जल भर लीजिये। एक बेल पत्र अपने दाहिने हाथ की हथेली पर रख के उसके ऊपर तांबे का कलश रख लिजिये और अपने उलटे हाथ से कलश को ढक लिजिये। अपने नाम और गोत्र का स्मरण करिये। अब ऐसे ही पात्र को लेकर शिव मंदिर जाए। जो भी आपकी कामना है व्यापार फैक्ट्री इंटरव्यू की उसका ध्यान करते हुए और अपने उसी दाहिने हाथ के अंगूठे और उनगलियो की मदद से पात्र को पकड़ के जल चढा दिजिये शिवलिंग पे श्री तुम्बरुपेश्वर महादेव के नाम से। जल चढाते वक्त बेल पत्री हाथ में ही रहने देना है। जल चढाने के बाद पात्र को नीच रख दे और अब बेल पत्र भी चढा दिजिये। बेल पत्री की डंडी का मुह अशोक सुंदरी वाली जगह होना चाहिए। झोली पसार कर बाबा से निवेदन करे और विनती कर के वापस घर आ जाए। 3 से 4 दिन लगेगा, जो दुकान फैक्ट्री व्यापार रुक सा गया था उसमे वापस से उन्नती होना शुरू हो जाएगी।