नमः शिवाय:
श्री शिवाय नमस्तुभ्यं
पंडित श्री प्रदीप मिश्रा जी (सीहोर वाले) द्वारा श्री शिव महापुराण की कथा में बताये कुछ अचूक उपाय लिखित रूप में
IIपेट या बच्चेदानी में गांठ की समस्या से छुटकारा पाने का उपायII
- जिस नारी के गर्भ में, बच्चेदानी में, या पेट के अंतरगत कहीं पर भी गांठ पड़ जाए और डॉक्टर ने ऑपरेशन की बोल दी हो तो प्रयास करें कि शंकर भगवान को बेल पत्र समर्पित करें।
- बेल की पत्ती में जो दोनों तरफ की पत्तियां और बीच वाली पत्ती के बीच में डंडी होती है उसको स्पर्श करके अपने हृदय की बात कहकर, बेल की पत्ती महादेव को समर्पित करें।
- डंडी का मुँह माता अशोक सुंदरी की तरफ होना चाहिए।
- फिर एक लोटा जल शिवलिंग पर चढ़ाएं।
- जल चढ़ाते वक्त महादेव की 5 कन्याओं के नाम स्मरण करें, और हर कन्या के नाम का जल समर्पित करके थोड़ा रुके फिर दूसरी कन्या के नाम का जल चढ़ाएं।
- जैसे, पहले माता जया के नाम का जल समर्पित करें, फिर 1 सेकंड रुक कर माता विषहरा के नाम का जल समर्पित करें। ऐसे ही माता शामलीबारी, दोतली और माता देव के नाम का भी जल चढ़ाए और जब आखिरी माता का नाम लेकर जल चढ़ा रहे हो तो पूरा जल समर्पित कर दे।
- जल को एक कटोरे में इकट्ठा कर लें, और इस जल को घर ला कर पीये।
- 15 से 20 दिन रुकें और दोबारा जांच करवाएं।
- बाबा चाहेंगे तो गांठ गलाना प्रारंभ हो जाएगी और रिपोर्ट सामान्य आएगी।