पंडित श्री प्रदीप मिश्रा जी (सीहोरे वाले) द्वारा श्री शिव महापुराण की कथा में बताये कुछ अचूक उपाय लिखित रूप में
कमजोर बुद्धि को करे तेज़ या भूलने की बीमारी से पाए मुक्ति
किसी भी पूर्णिमा के दिन देसी गाय का थोड़ा सा दूध लाना है। दूध भी देसी गाय के आगे के दो थन का होना चाहिए। इसके लिए आपको गौशाला जा के खुद बोल के दूध निकलवाना पड़ेगा। अब जो दूध लाए हैं उसका कुछ मीठा बना लिजिये। अगर मीठा नहीं बना सकते तो उसमें चीनी या गुड़ कुछ भी मिला लिजिये। पूर्णिमा की रात को 12 बजे भगवान चंद्र देव की साक्षी में उस दूध को या मीठे का सेवन आप दिमाग से कामजोर बच्चे या व्यक्ति को करा दिजिये। बस एक बार ही ये उपाय करने से विवेक काम करने लगेगा, भुलने की बीमार दूर हो जाएगी और पढाई में कामजोर बच्चा भी बुद्धिमान हो जाएगा।