शिवरात्रि, प्रदोष, सोमवार की अष्टमी पर मनोकामना पूर्ति का अद्भुत उपाय

pradeep mishra ji

नमः शिवाय:

श्री शिवाय नमस्तुभ्यं

पंडित श्री प्रदीप मिश्रा जी (सीहोरे वाले) द्वारा श्री शिव महापुराण की कथा में बताये कुछ अचूक उपाय लिखित रूप में

शिवरात्रि, प्रदोष, सोमवार की अष्टमी पर मनोकामना पूर्ति का अद्भुत उपाय

  • अगर आपकी कोई बहुत महत्वपूर्ण मनोकामना है या कोई कार्य है जिसमें रुकावत आ रही हो, तो 3 ऐसी तिथि है जब आप महादेव को अपने मन की बात कहकर बेल की पत्ती समर्पित कर दे तो आपकी मनोकामना जल्द से जल्द पूरी हो जाती है।
  • हर महीने शिवरात्रि आती है, या तो किसी भी प्रदोष के दिन, या फिर सोमवार की अष्टमी वाले दिन अपने हाथ की दो अंगुलियों में थोड़ा चंदन लगाये, ऐसे…

और उसी अंगुलियों से बेल की पत्ती पकड़ें। ऐसे…

  • बेल पत्ती को कैसे पकड़ना है? जिस उंगली में चंदन लगा है उसीसे बेल की पत्ती की बीच वाली डंडी वाला भाग पकड़ना है।
  • अब शिवरात्रि, प्रदोष या सोमवार की अष्टमी में किसी भी दिन शिवालय जाए और जहां माता अशोक सुंदरी की जगह होती है वही उस बेल की पत्ती को समर्पित कर दे।
  • पत्ती की डंडी का भाग बाहर की तरफ होना चाहिए। यानी जहां से पानी नीचे गिरता है।
  • पत्ती समर्पित करने के बाद कुछ देर उस पत्ती पर अपने हाथ रख के महादेव से अपने हृदय की बात कहे और फिर वापस आ जाए।
  • आप देखेंगे की अगली शिवरात्रि, या सोमवार की अष्टमी या प्रदोष, जिस भी दिन आपने ये उपाय किया है, उसकी जब अगली तिथि आएगी तब तक महादेव आपकी मनोकामना अवश्य पूरी कर देंगे।

हर हर महादेव

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