I लुटा दिया भंडार काशी वाले ने, कर दिया मालामाल, काशी वाले ने I

नमः शिवाय:

श्री शिवाय नमस्तुभ्यं

I लुटा दिया भंडार काशी वाले ने, कर दिया मालामाल, काशी वाले ने I

लुटा दिया भंडार काशी वाले ने,
कर दिया मालामाल, काशी वाले ने

हो!
लुटा दिया भंडार काशी वाले ने,
कर दिया मालामाल, काशी वाले ने,

लुटा दिया हाँ! लुटा दिया….2

अरे!
लुटा दिया भंडार काशी वाले ने,

कर दिया मालामाल, काशी वाले ने,

जो जैसी भावना लाया, वैसा ही वो फल पाया,
नही खाली उसे लौटाया, वो मन ही मन हर्षाया
कर दिया उसे निहाल काशी वाले ने,
लुटा दिया भंडार काशी वाले ने,

हो!
लुटा दिया भंडार काशी वाले ने,
कर दिया मालामाल, काशी वाले ने,

लुटा दिया हाँ! लुटा दिया….2

अरे!
लुटा दिया भंडार काशी वाले ने,

कर दिया मालामाल, काशी वाले ने,

जो लगन लगाया सच्ची, है उसकी नाव न अटकी,
बेड़ि को पार लगाया,  नहीं देर करी पल भर की,
मिटा दिया जंजाल काशीवाले ने,
लुटा दिया भंडार काशी वाले ने,

हो!
लुटा दिया भंडार काशी वाले ने,
कर दिया मालामाल, काशी वाले ने,

लुटा दिया हाँ! लुटा दिया….2

अरे!
लुटा दिया भंडार काशी वाले ने,

कर दिया मालामाल, काशी वाले ने,

चरणों की किया जो सेवा, वो पाया मिश्री मेवा,
जिसने है मांगा बेटा, वो चांद सा टुकड़ा पाया,
कर दिया सब खुशहाल काशीवाले ने,
कर दिया मालामाल, काशी वाले ने,

हो!
लुटा दिया भंडार काशी वाले ने,
कर दिया मालामाल, काशी वाले ने,

लुटा दिया हाँ! लुटा दिया….2

अरे!
लुटा दिया भंडार काशी वाले ने,

कर दिया मालामाल, काशी वाले ने,

हर हर महादेव

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