नमः शिवाय:
श्री शिवाय नमस्तुभ्यं
II भोला सब दुख काटो मारा II
भोला सब दुख काटो मारा,
शिव शंकर जपूं तेरी माला,
भोला सब दुख काटो मारा।।
शीश पर गंगा मस्तक पर चंदा
अद्धभूत रूप निराला।।
ओ भोला सब दुख काटो मारा,
शिव शंकर जपूं तेरी माला,
भोला सब दुख काटो मारा ।।
वेश है मंगल मंगलकारी,
शमशान वासी हमारा।।
ओ भोला सब दुख काटो मारा,
शिव शंकर जपूं तेरी माला,
भोला सब दुख काटो मारा।।
हाथ में डमरू, मस्तक पर गंगा,
गौरी शंकर प्यारा।।
ओ भोला सब दुख काटो मारा,
शिव शंकर जपूं तेरी माला,
भोला सब दुख काटो मारा ।।