नमः शिवाय:
श्री शिवाय नमस्तुभ्यं
पंडित श्री प्रदीप मिश्रा जी (सीहोरे वाले) द्वारा श्री शिव महापुराण की कथा में बताये कुछ अचूक उपाय लिखित रूप में
30 अगस्त 2022 : हरतालिका तीज
- इस साल हरतालिका तीज व्रत 30 अगस्त 2022 को है।
- तीज के इस व्रत को और भी फलदायक बनाने के लिए परम पूज्य पंडित प्रदीप जी मिश्रा सीहोर वाले द्वारा श्री हरतालिका शिव महापुराण की कथा हम सबको 23 से 29 अगस्त, 2022 को हिंगोली, महाराष्ट्र से सुनने को मिली।
- कथा को सुनने के लिए लिंक पर क्लिक करें : श्री हरतालिका शिवमहापुराण कथा
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- कथा में पूज्य पंडित जी ने हमें “सौभाग्य की रक्षा के इस पर्व हरतालिका तीज व्रत” पर गौरी शंकर की पूजा विधि और महिमा का रसास्वादन कराया।
- व्रत और पूजा की विधि को लिखित रूप में पढ़ने के लिए हमारे चैनल से जुड़ें रहे।उम्मीद है आपको हमारी जानकारी पसंद आएगी।
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हरतालिका तीज व्रत की विशेषता
- हरतालिका तीज के व्रत को करने से एक दिन में ही संपूर्ण विश्व का जितना भी तप, साधना और उपवास होता है वो एक बार में एकगृत कर लिया जाता है।
- सारे व्रत को छोड़ा जा सकता है, लेकिन हरतालिका व्रत एक ऐसा होता है जो कभी छोड़ा नहीं जा सकता है। यह व्रत प्राण निकलने के साथ ही जाता है।
- अगर किसी कारण से, कोई नारी हरतालिका तीज का व्रत नहीं रख सकती है, जैसा कोई रोग या स्वास्थ्य गड़बड़ हो गया हो और नारी व्रत करने की स्थिति में नहीं हो तो ऐसे में उस नारी के पति को व्रत रख लेना चाहिए।
गलती से हरतालिका व्रत छूट जाए तो क्या करना चाहिए
- हरतालिका तीज का व्रत अगर कभी किसी कारनवश या भूल से एक बार छूट गया हो तो ऐसी स्थिति में एक काम करना चाहिए:
- जब अगला व्रत आए तब शिवजी का एक जोड़ी वस्त्र, सुहागन नारी का एक जोड़ी वस्त्र, बास की पिटारी में सौभाग्य की सामग्री रखकर शिवजी के मंदिर में पूजा करके, फुलेरा का दर्शन पूजन करके भोले बाबा से अपनी गलती की शमा मांगनी चाहिए की बाबा गलती से एक बार व्रत छूट गया था किसी कारनवश। माफ़ कर दीजिये और ये सब सौभाग्य की वस्तु को आप स्वीकर करिये।
- इसके बाद वो सब सौभाग्य का समान किसी गरीब ब्राह्मण को दे देना चाहिए जिसको ज़रुरत है या जो ब्राह्मण पूजन करा रहे हैं उन्हें तिलक करके और दक्षिणा देकर सौभाग्य का समान दे देना चाहिए, जिससे की हरतालिका व्रत का फल प्राप्त हो जाता है।
- अगर कोई व्यक्ति गरीब हो जो सौभाग्य की वस्तु नहीं ले सकता, और उसका व्रत किसी कारन से छूट गया हो तो ऐसे में अगर ब्राह्मण को हल्दी कुमकुम का भी दान दे दिया जाता है तो भी हरतालिका व्रत का फल प्राप्त हो जाता है।
हरतालिका तीज की पूजन-विधि
हरतालिका तीज के फुलेरा का दर्शन और महत्व
नमः शिवाय।
हर हर महादेव