पंडित श्री प्रदीप मिश्रा जी (सीहोरे वाले) द्वारा श्री शिव महापुराण की कथा में बताये कुछ अचूक उपाय लिखित रूप में
रुद्र चंदन से करे अपने सब दुख तकलीफो का अंत
किसी भी महीने की शिवरात्रि को भगवान शंकर को रुद्र चंदन समर्पित करने से कैसा भी रोग बिमारी हो सब हमेशा के लिए समाप्त हो जाता है।
इस चंदन के अभिषेक से जो काम आपका नहीं होता, उसे आप प्राप्त कर सकते हैं। अपनी सब मनोकामना को पूरा कर सकते हैं।
रुद्र चंदन क्या होता है आइए देखते हैं।
पीला चंदन घीस कर उसे 3 मुखी रुद्राक्ष पर अच्छी तरह से लपेट ले। अच्छा मोटा परत लपेटना है ताकि रुद्राक्ष का कोई भी भाग दिखलाई ना दे।
लपेटने के बाद उसे अच्छे से गोला आकार देकर चिकना बना ले लड्डू जैसे। इसे कहते हैं रुद्र चंदन।
अब इस रुद्र चंदन को शंकर जी के शिवलिंग पे रख दीजिये और धीरे धीरे जल समर्पित करना शुरू करिये। उस रुद्राक्ष के ऊपर से आपको जल इस तरह से डालना है धीरे धीरे की जो चंदन रुद्राक्ष पे लपेटा हुआ है वो निकलता जाए और शंकर जी को समर्पित होता जाए।
जब तक रुद्राशा में से सारा चंदन नहीं निकल जाता तब तक आप जल समर्पित करते रहे। साथ ही शंकर जी के मूल मंत्र श्री शिवाय नमस्तुभ्यं का जाप भी करते रहिये।