नमः शिवाय:
श्री शिवाय नमस्तुभ्यं
यह तो प्रेम की बात है उधो, बंदगी तेरे बस की नहीं है
जो उतरती है, चढ़ती है मस्ती,
वो हकीकत में मस्ती नहीं है॥
यह तो प्रेम की बात है उधो,
बंदगी तेरे बस की नहीं है॥
यहाँ दम दम में होती है पूजा,
सर झुकाने की फुर्सत नहीं है॥
यह तो प्रेम की बात है उधो,
बंदगी तेरे बस की नहीं है॥