नमः शिवाय:
श्री शिवाय नमस्तुभ्यं
पंडित श्री प्रदीप मिश्रा जी (सीहोरे वाले) द्वारा श्री शिव महापुराण की कथा में बताये कुछ अचूक उपाय लिखित रूप में
चने की दाल के उपाय
उपाय: 1
- जिस नारी को रजो धर्म से जुड़ी कोई भी समस्या होती है उसे चने की दाल के 7 दाने एक कटोरी में रख कर, उसमे तुलसी के 3 पत्ती डाल कर, अपनी मनोकामना बोल कर, तुलसी के वृक्ष में 3 बार जल छोड देना चाहिए।
- फिर कटोरी को ले जाए और उसमें जो दाल और तुलसी है उसे सुबह, दोपहर और शाम में एक-एक कर के खा लिजिये।
- इस उपाय से रजोधर्म से जुडी किसी भी तरह की बिमारी समाप्त हो जाती है।
उपाय: 2
- अगर कोई प्लॉट या जमीन है जो नहीं बिक रही है, और आप बहुत परेशान हो चुके है तो चने की दाल को रविवार की रात को भीगो दीजिये।सोमवार को सुबह दाल में चंदन मिला कर सिल बट्टे पे पीस लीजिये। (याद रखिये की मिक्सर में नहीं पीसना है)।
- ग्राइंड करने के बाद उसमें थोड़ा सा दूध मिला कर शंकर भगवान के मंदिर लेजाए। शिवलिंग पर इसका लेपन करिये उसके बाद अपनी कामना करके शिवलिंग पर अपनी तीन अंगुलियां लगा लिजिये (जिस तरह से त्रिकुंड लगाने के लिए तीन अंगुलियां लगाते है)।
- उंगलियों को हटाते समय जो लेपन आपने लगाया है उसे अपनी तीनो उंगलियों से थोड़ा सा उठा लिजिये और लेकर घर आ जाए। किसी भी एक फूल में उस लेपन को लगा कर उस जमीन या प्लॉट पर कहीं भी डाल दीजिये जो बिक नहीं रही है।
- इस उपाय से उस जमीन के ग्राहक आना चालू हो जाएंगे और वो संपत्ति आपके कामना के अनुसारी बिक जाएगी।
उपाय: 3
- अगर आपका संपत्ति खरीदने-बिक्री का काम है और उसमें आपको लाभ नहीं हो रहा है तो प्रदोष के दिन प्रदोष काल में 108 चने की दाल लेजाकर अपनी कामना करके शिवलिंग पे समर्पित कर दे। फिर वही 108 चने की दाल उठा के ले आए और एक पीले कपड़े में बांध कर अपनी पॉकेट में रख के जमीन का सौदा करने जाइए। आपका लाभ होना चालू हो जाएगा।
- इस उपाय को आप उस जमीन के लिए भी कर सकते हैं जिसके ऊपर फसल अच्छी नहीं होती हो। इस मामले में आप 108 दाने चने की दाल को पीले रुमाल में बांध कर उस जमीन में कहीं भी रख दे।