पंडित श्री प्रदीप मिश्रा जी (सीहोरे वाले) द्वारा श्री शिव महापुराण की कथा में बताये कुछ अचूक उपाय लिखित रूप में
गुस्सा, क्रोध, चिड़चिड़ापन कम करने का उपाय
पान, पीपल, या बेल पत्र के पत्ते में से कोई भी एक पत्ती जो आपको आसानी से मिल जाये वो ले लीजिये।
प्रदोष के दिन प्रदोषकाल में बेल पत्र के पेड़ के नीचे जाए।
जो पत्ता आपने लिया है, उस पत्ते पर थोड़ा सा शहद और 7 दाने चावल के रख कर, एक घी का दिया लगादीजिये।
हाथ की अंजलि में थोड़ा सा जल ले के भगवान महादेव का स्मरण करिए की
बेल पत्र के पेड़ के नीचे माता लक्ष्मी, माता पार्वती और माता सरस्वती का निवास है और इसी पेड़ के नीचे महादेव के 12 ज्योतिर्लिंग का स्वरूप प्रकट है। सबका स्मरण करके जल को पेड़ के नीचे छोड़ दीजिये।
और फिरउसका स्मरण कर लीजिये जो गुस्सा करता है, क्रोध करता है और अपशब्द बोलता है, या सम्मान नहीं करता है।
बाबा से निवेदन करिये और जल को पेड़ के नीचे छोड़ दीजिये।
आप एक प्रदोष करेंगे और दूसरा प्रदोष आते आते उस व्यक्ति में शीतलता आ जाएगी।