नमः शिवाय:
श्री शिवाय नमस्तुभ्यं
पंडित श्री प्रदीप मिश्रा जी (सीहोरे वाले) द्वारा श्री शिव महापुराण की कथा में बताये कुछ अचूक उपाय लिखित रूप में
कुंदकेश्वर महादेव का अदभुत उपाय
उपाय 1
- अगर किसी व्यक्ति को दवा खाने का असर नहीं हो रहा है और वो व्यक्ति अपनी दवा खाने से पहले एक बार कुंदकेश्वर महादेव का स्मरण करके बाबा से विनती करे की हे बाबा! ये दवा मेरे शरीर को लगने लगे। इसके बाद दवा खाए। ऐसा करने से दवा अपना असर करना शुरू कर देता है।
उपाय 2
- किसी भी रोग बिमारी की जाँच कराने जाना हो या ऑपरेशन के लिए जाना हो, या मान लें कि मन में किसी बड़ी बीमारी होने का डर लग रहा हो तो कुंदकेश्वर महादेव के नाम का स्मरण करना चाहिए।
- इससे होता ये है की जाँच की रिपोर्ट्स नॉर्मल आती है, ऑपरेशन की भी जरूरत नहीं होती और जिंदगी में कभी कोई भारी रोग भी नहीं होता।
- कुंदकेश्वर महादेव बिमारी और रोग मुक्ति के देवता है। काल को भी हर लेने वाले है।
- मन अशांत हो तो भी कुंदकेश्वर महादेव का नाम स्मरण करते रहना चाहिए।
उपाय 3
- अगर कोई व्यक्ति रोग से ग्रसित हो और वो रोग पीछा ही नहीं छोड़ रहा हो तो एक लोटा जल और एक बेल पत्र शंकर भगवान के मंदिर लेकर जाए।
- कुंदकेश्वर महादेव के नाम से बेल पत्र शिवलिंग पर समर्पित करें और पत्ती की डंडी का मुख अशोक सुंदरी वाली जगह होना चाहिए।
- इसके बाद एक लोटा जल धीरे-धीरे उस बेल पत्ती पर समर्पित करें, अपने मन की कामना करते हुए। जहां से जल नीचे गिरता है वहां से थोड़ा सा जल एक पात्र में उठाकर ले आए और उस जल का आचमन करे।
- इस उपाय से रोग धीरे-धीरे करके हमेशा के लिए समाप्त होना लगता है।
उपाय 4
- अगर किसी व्यक्ति के पेट में बहुत तेज दर्द हो रहा हो तो कुंदकेश्वर महादेव के इस सरल से उपाय से दर्द में तुरंत आराम मिल जाता है।
- आपके रसोई घर में जहां भी पानी का स्थान हो जहां पानी का मटका, बाल्टी, आरो रखा हो या जल स्रोत हो, वहां खड़े हो कर एक कटोरी या ग्लास में थोड़ा सा जल लेकर कुंदकेश्वर महादेव का स्मरण करना है कम से कम 7 बार। फिर भोले बाबा का स्मरण करके जल को उस व्यक्ति को पिला देना है जिसको पेट में दर्द हो रहा है।
- 10 से 15 मिनट में दर्द में आराम लगाना शुरू हो जाता है।
उपाय 5
- कोई व्यक्ति जो किडनी, लीवर, कैंसर, सोरायसिस, त्वचा रोग या कोई अन्य बड़ी बीमारी से पीड़ित है, अगर वो रोज़ाना शंकर भगवान के शिवलिंग पर एक लोटा जल कुंदकेश्वर महादेव के नाम से समर्पित कर के जलाधारी से गिरते हुए जल का आचमन भी कुंदकेश्वर महादेव के नाम से करने लगे तो धीरे-धीरे उसके शरीर के सब रोग समाप्त होने लगते हैं। किडनी डायलिसिस भी इस उपाय से बंद हो जाती है।
हर हर महादेव