नमः शिवाय:
श्री शिवाय नमस्तुभ्यं
II कब से खड़े है झोली पसार II
कब से खड़े है झोली पसार,
क्यों न सुनो तुम मेरी पुकार,
जग का रखवाला है, मेरे भोले बाबा,
बस तेरा ही सहारा है, मेरे भोले बाबा,
तेरा ही सहारा है, मेरे भोले बाबा।
देख लो लगी है,
आज मंदिर में ये भीड़ भारी,
दर्शनों के खातिर,
आये है लाखों नर और नारी,
आजा हे! भोले बाबा,
दीनों ने पुकारा है, मेरे भोले बाबा,
तेरा ही सहारा है, मेरे भोले बाबा।
कब से खड़े है झोली पसार…..
ज़िन्दगी से हारे,
गम ज़माने का हम लेके आये,
तू बता इस जहाँ में,
लोग अपने हुए क्यों पराये,
तेरे सिवा, दुनिया में,
कोई न हमारा है, मेरे भोले बाबा
तेरा ही सहारा है, मेरे भोले बाबा।
कब से खड़े है झोली पसार…..
रास्ता न सूझे,
कहाँ जाएं मुसीबत के मारे
आशरा है तेरा,
दूर कर दो ये संकट हमारे
सुनते हैं, तूने ही,
हो…सुनते हैं, तूने ही,
लाखो को उबारा है, मेरे भोले बाबा
तेरा ही सहारा है, मेरे भोले बाबा।
कब से खड़े है झोली पसार…..