अजब है भोलेनाथ ये दरबार तुम्हारा
II अजब है भोलेनाथ ये दरबार तुम्हारा II अजब है भोलेनाथ ये दरबार तुम्हारा, दरबार तुम्हारा ॥ भूत प्रेत सब करे चाकरी, सबका यहाँ गुज़ारा, अजब है भोलेंनाथ ये दरबार तुम्हारा, दरबार तुम्हारा ॥ जय भोला भंडारी; गौरा के त्रिपुरारी Read more