नमः शिवाय:
श्री शिवाय नमस्तुभ्यं
भोले बाबा के दरबार में सबका खाता है
जितना जिसके भाग्य में होता,
हो! हो! हो!
जितना जिसके भाग्य में होता, उतना ही फल पाता है
शिव लहरी के दरबार में सबका खाता है,
भोले बाबा के दरबार में सबका खाता है
जितना जिसके भाग्य में होता
हो! हो! हो!
जितना जिसके भाग्य में होता, उतना ही फल पाता है
मेरे भोले,
मेरे शंकर के दरबार में सबका खाता है
शिव लहरी के दरबार में सबका खाता है
ओ! सबका खाता है यहां पर
सबका खाता है….
जितना जिसके भाग्य में होता
हो! हो! हो!
जितना जिसके भाग्य में होता, उतना ही फल पाता है
भोले बाबा के दरबार में सबका खाता है
शिव लहरी के दरबार में सबका खाता है…..
चाहे अमीर हो चाहे गरीब हो, उनको एक समान
हो! उनको एक समान
उनको एक समान
सबकी बिगड़ी वो ही बनाएं
हो! सबकी बिगड़ी वो ही बनाएं, हम सब के भगवान
भोले बाबा!
भोले बाबा के दरबार में सबका खाता है
जितना जिसके भाग्य में होता, उतना ही फल पाता है
शिव लहरी!
शिव लहरी के दरबार में सबका खाता है
भोले बाबा के दरबार में सबका खाता है
धर्म किए जा, धन की इच्छा मत कर तू इंसान
हो! मत कर तू इंसान
मत कर तू इंसान
जैसा तेरा कर्म है वैसा,
हो!
जैसा तेरा कर्म है वैसा, फल देता भगवान
मेरे भोले के!
मेरे बाबा के दरबार में सबका खाता है
जितना जिसके भाग्य में होता,
हो!
जितना जिसके भाग्य में होता, उतना ही फल पाता है
शिव लहरी के!
मेरे भोले के दरबार में सबका खाता है
शिव लहरी के दरबार में सबका खाता है
राजा हो या रंक, सभी है उनको एक समान
हो! उनको एक समान
उनको एक समान
देवो में वो महादेव है भूतो के सरदार
मेरे भोले के!
मेरे बाबा के दरबार में सबका खाता है
जितना जिसके भाग्य में होता,
हो!
जितना जिसके भाग्य में होता, उतना ही फल पाता है
शिव लहरी के दरबार में सबका खाता है
भोले बाबा के दरबार में सबका खाता है