||भजन – प्रभु हम भी शरणागत हैं||
प्रभु हम भी शरणागत हैं, स्वीकार करो तो जाने,
अब हमे पतित से पावन , सरकार करो तो जाने।
1) प्रेमी जन तुमको पाते, तुम भक्ति भाव वश आते,
हम कुटिल हृदय से कलुषित, उपकार करो तो जाने,
प्रभु हम भी शरणागत हैं, स्वीकार करो तो जानें।
प्रभु हम भी शरणागत हैं, स्वीकार करो तो जाने,
अब हमे पतित से पावन , सरकार करो तो जाने।
2) ज्ञानी तुम में तन्मय है, ध्यानी भी तुम में लय है,
हम अज्ञानी चंचल चित्त, निस्तार करो तो जाने,
प्रभु हम भी शरणागत हैं, स्वीकार करो तो जानें।
प्रभु हम भी शरणागत हैं, स्वीकार करो तो जाने,
अब हमे पतित से पावन , सरकार करो तो जाने।
3) क्या मुख ले विनय सुनाए, हम कैसे तुम्हे मनाएं,
अगणित अपराध किये हैं, उद्धार करो तो जानें,
प्रभु हम भी शरणागत हैं, स्वीकार करो तो जानें।
प्रभु हम भी शरणागत हैं, स्वीकार करो तो जाने,
अब हमे पतित से पावन , सरकार करो तो जाने।
4) जीवन नैयाँ जर्जर है, (क्षण क्षण का विनाश का डर है)
पल पल विनाश का भय हैं,
ऐसे ही एक पतित को, भव पार करो तो जानें,
प्रभु हम भी शरणागत हैं, स्वीकार करो तो जानें।
प्रभु हम भी शरणागत हैं, स्वीकार करो तो जाने,
अब हमे पतित से पावन , सरकार करो तो जाने।