नमः शिवाय:
श्री शिवाय नमस्तुभ्यं
पंडित श्री प्रदीप मिश्रा जी (सीहोरे वाले) द्वारा श्री शिव महापुराण की कथा में बताये कुछ अचूक उपाय लिखित रूप में
भगवान शंकर को त्रिकुंड लगाने का क्या फल होता है।
अगर कोई व्यक्ति भगवान शिव के शिवलिंग पर चंदन या अष्टगंध का त्रिकुंड बनाता है अपने तीन उंगलियों से, या फ़िर शिवलिंग पर जल चढाने के बाद कोई व्यक्ति अपनी तीन अंगुलियों से त्रिकुंड की रेखा ही खींच देता है बिना चंदन के ही तो शिवमहापुराण के अनुसार उस व्यक्ति को पार्थिव शिवलिंग के निर्माण और पूजन का फाल प्राप्त हो जाता है।