नमः शिवाय:
श्री शिवाय नमस्तुभ्यं
पंडित श्री प्रदीप मिश्रा जी (सीहोरे वाले) द्वारा श्री शिव महापुराण की कथा में बताये कुछ अचूक उपाय लिखित रूप में
बड़ी से बड़ी मुश्किल में आसानि से निकाले बाबा से काम
- एक लोटा जल, उसमे 2 दाने अक्षत के डालकर शंकर जी के मंदिर जाए।
- मंदिर पहुँचने के बाद सबसे पहला काम बाबा को देखकर मुस्कुराए और सर झुका कर बाबा को धन्यवाद दे की हे बाबा! आपने मुझे अपने दरबार में आने की इजात दी।
- 3 बार ताली का नाद करें।
- श्रद्धा के साथ जल समर्पित कर दे।
- फिर अंत में अपनी झोली पसारकर बाबा के सामने फैला कर रख दे और बस इतना कह दे बाबा से की “मैं आपके भरोसे हूं बाबा। आपके मंदिर में आना मेरा काम है और मेरी बड़ी बनाना आपका काम है”।
- झोली पे अपने शीश को झुका दे। बाद में उस झोली को बटोर ले ऐसे जैसे की बाबा ने उसमे अपना आशीर्वाद भर के दे दिया हो।
- आपको कुछ माँगने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी, कुछ बोलना नहीं पड़ेगा।
- बाबा खुद इतना भर देंगे की संभालना मुश्किल हो जाएगा।
- जाते जाते बाबा के जलाधारी से 2 बूंद जल अवश्य लेकर जाये।
- मंदिर से बहार निकलने के बाद एक बार वापस मुड़कर बाबा के तरफ देखे और बोलकर जाए की बाबा संभाल लेना।
- करके देखे एक बार, बहुत शांति मिलेगी।
हर हर महादेव