ज़रा देर ठहरो राम, तमन्ना यही है, अभी हमने जी भर के देखा नहीं है

नमः शिवाय:

श्री शिवाय नमस्तुभ्यं

। ज़रा देर ठहरो राम, तमन्ना यही है, अभी हमने जी भर के देखा नहीं है।

ज़रा देर ठहरो राम, तमन्ना यही है,
अभी हमने जी भर के देखा नहीं है।

अभी हमने जी भर के देखा नहीं है।

हो! कैसी घड़ी आज जीवन की आई…
अपने ही प्राणों की करते विदाई,
अब ये अयोध्या, हो! हो! हो!
अब ये अयोध्या हमारी नहीं है,
अभी हमने जी भर के देखा नहीं है….2

ज़रा देर ठहरो राम, हो! हो! हो!
ज़रा देर ठहरो राम, तमन्ना यही है,
अभी हमने जी भर के देखा नहीं है।
अभी हमने जी भर के देखा नहीं है।

माता कौशल्या की आंखों के तारे….2
दशरथ जी के हो राजदुलारे….2
कभी ये अयोध्या, हो! हो! हो!
कभी ये अयोध्या, भुलना नहीं है,
अभी हमने जी भर के देखा नहीं है….2

ज़रा देर ठहरो राम, हो! हो! हो!
ज़रा देर ठहरो राम, तमन्ना यही है,
अभी हमने जी भर के देखा नहीं है।
अभी हमने जी भर के देखा नहीं है।

हर हर महादेव

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