नमः शिवाय:
श्री शिवाय नमस्तुभ्यं
||काशी रहने वाला भोलेनाथ चाहिए||
शिव भोले है भंडारी….
जग के वो पालनहारी…
सबके दुखड़े हर लेता…
हर जीव है पुजारी….
दिल नाच उठे…….वो काशी का दीदार चाहिए…
दिल नाच उठे…….वो काशी का दीदार चाहिए,
वो काशी रहने वाला भोलानाथ चाहिए…
मेरे इस पगले दिल को आधार चाहिए
वो काशी रहने वाला भोलानाथ चाहिए..
समझाना बड़ा मुश्किल है…
आखिर वो दर्द-ए-दिल है…
सच्चा दरबार लगा है…
ये भोले की महफिल है…
नैनो को भोलेबाबा का …..
नैनो को डमरूवाले का….
नैनो को काशीवाले का….दीदार चाहिए,
वो काशी रहने वाला भोलानाथ चाहिए…
कुछ कमी न अरमानों की…..
तेरे इन दीवानों की……
मुझको मदहोश बनाये, कटार तेरे नैनो की……
दिल नाच उठे…….वो,
दिल नाच उठे…….वो काशी का दीदार चाहिए…..
वो काशी रहने वाला भोलानाथ चाहिए…
भक्तो के तुम प्यारे हो….
तुम जिगरी दिल वाले हो….
कितनो पर डोरे डाले, तेरे नैन बड़े मस्ताने..
नैनो को डमरूवाले का ….
नैनो को काशीवाले का ….
नैनो को भोलेबाबा का ….दीदार चाहिए
वो काशी रहने वाला भोलानाथ चाहिए…